Palm Scan Payment System: UPI को टक्कर देने आ गई हथेली वाली पेमेंट टेक्नोलॉजी! ना फोन, ना कार्ड – बस हाथ दिखाओ और पेमेंट हो गया
- bySagar
- 15 Apr, 2025

अब पेमेंट करने के लिए न फोन चाहिए, न कार्ड, न ही कैश। बस अपनी हथेली दिखाइए और ट्रांजैक्शन हो जाएगा। यह कोई साइंस फिक्शन फिल्म नहीं, बल्कि चीन की नई रियलिटी है। WeChat ने एक ऐसी अनोखी टेक्नोलॉजी लॉन्च की है जो अब चर्चा में है – Palm Scan Payment System। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी ज़बरदस्त बहस हो रही है। आइए समझते हैं यह सिस्टम क्या है, कैसे काम करता है और क्या यह भारत की UPI क्रांति के लिए चुनौती बन सकता है?
✋ हथेली दिखाओ, पेमेंट पाओ – क्या है Palm Scan टेक्नोलॉजी?
इस टेक्नोलॉजी को चीन की मशहूर ऐप WeChat (Weixin) ने मई 2023 में लॉन्च किया था। इसमें यूजर को सिर्फ अपनी हथेली एक स्पेशल स्कैनर के सामने रखनी होती है। स्कैनर हथेली की vein structure, skin texture और हल्के movements को पहचानकर यूजर की पहचान करता है और पेमेंट ऑटोमैटिकली प्रोसेस हो जाता है।
- पहला इस्तेमाल बीजिंग एयरपोर्ट की एक्सप्रेस ट्रेन लाइन और शेनझेन यूनिवर्सिटी में हुआ।
- 2023 के अंत तक यह टेक्नोलॉजी 1,500 से ज्यादा 7-Eleven स्टोर्स में पहुंच चुकी थी।
- अब इसका इस्तेमाल जिम, ट्रांसपोर्ट, एजुकेशन, रिटेल स्टोर्स और पावर बैंक रेंटल जैसी सेवाओं में भी होने लगा है।
📱 ना कार्ड, ना वॉलेट – सिर्फ हाथ से हो रहा है पेमेंट
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक 7-Eleven स्टोर में पेमेंट करने के लिए न तो फोन निकालता है, न कार्ड – बल्कि सिर्फ अपनी हथेली स्कैन करता है और पेमेंट हो जाता है। वीडियो में वह कहता है –
"ये मेरा WeChat ID है और मैंने बिना किसी कार्ड या फोन के पेमेंट कर दिया… ये पागलपन है!"
यह क्लिप वायरल हो गई और भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स के बीच जबरदस्त बहस शुरू हो गई।
UPI बनाम Palm Scan – भारत में बहस क्यों छिड़ी?
जहां एक तरफ कुछ लोग इस टेक्नोलॉजी को भारत की UPI व्यवस्था से बेहतर बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई भारतीय यूजर्स ने देश की डिजिटल पेमेंट क्रांति का समर्थन किया।
एक यूजर ने लिखा:
👉 "अगर ये वीडियो मुझे 1 अप्रैल को मिला होता, तो मैं इसे मजाक समझता। चीन 50 साल आगे है और हम यहां एक और मूर्ति बना रहे हैं!"
वहीं एक दूसरे यूजर ने जवाब दिया:
👉 "भारत को कम मत आंकिए, यहां लोग ₹10 का धनिया भी पेटीएम से खरीदते हैं। हम डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन डिलीवरी में किसी से पीछे नहीं हैं।"
इससे साफ है कि भारत की UPI सफलता को लोग गर्व से देख रहे हैं, लेकिन चीन की Palm Scan टेक्नोलॉजी ने निश्चित तौर पर चर्चा का विषय बना दिया है।
🔍 Palm Scan टेक्नोलॉजी क्यों है खास?
फीचर | Palm Scan Payment | UPI (भारत) |
---|---|---|
डिवाइस की ज़रूरत | नहीं, सिर्फ Palm Scanner | स्मार्टफोन और इंटरनेट |
भुगतान की प्रक्रिया | हथेली स्कैन से ऑटो पेमेंट | ऐप से QR कोड स्कैन या नंबर से पेमेंट |
बायोमेट्रिक सुरक्षा | हाई लेवल Palm वेन रीडिंग | PIN या फेस/फिंगरप्रिंट |
यूज़ का विस्तार | चीन के स्टोर्स, मेट्रो, जिम | भारत में लगभग हर दुकानदार |
🧠 क्या भारत में आ सकती है ये तकनीक?
तकनीकी रूप से भारत में इस तरह की तकनीक लाना संभव है, लेकिन इसके लिए कई चीज़ों की जरूरत होगी जैसे:
- बड़े स्तर पर Palm Scanner Devices की उपलब्धता
- डेटा सिक्योरिटी और प्राइवेसी को लेकर सख्त नियम
- लोगों की टेक्नोलॉजी को अपनाने की मानसिकता
UPI की सफलता का कारण इसका स्मार्टफोन और ऐप बेस्ड सरल मॉडल है। Palm Scan टेक्नोलॉजी को भी भारत में सफलता पाने के लिए ऐसे ही इकोसिस्टम की जरूरत होगी।
क्या UPI की बादशाहत खतरे में है?
फिलहाल नहीं। UPI आज भी दुनिया का सबसे सुलभ और प्रभावशाली डिजिटल पेमेंट सिस्टम माना जाता है। लेकिन चीन की Palm Scan टेक्नोलॉजी ने यह दिखा दिया है कि भविष्य और भी तेज़ और बायोमेट्रिक-फ्रेंडली हो सकता है।
जहां एक तरफ भारत ने पूरे विश्व को डिजिटल भुगतान की दिशा दिखाई है, वहीं चीन ने उसे एक नए स्तर पर ले जाने की कोशिश की है। अब देखना यह है कि कौन-सी टेक्नोलॉजी लंबे समय में अधिक अपनाई जाती है।