Health Tips- क्या शुगर बढ़ने से हो रहे हैं परेशान, तो रोज खाली पेट पिएं ये पानी
- byJitendra
- 14 Jul, 2025

By Jitendra Jangid- दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं डायबिटीज एक वैश्विक बीमारी हैं, जिससे हर तीसरा इंसान ग्रसित हैं, एक बार किसी को डायबिटीज हो जाएं, तो जीवनभर रहती हैं, एक बार निदान हो जाने पर, इसे आहार, जीवनशैली में बदलाव और कभी-कभी दवाओं के माध्यम से आजीवन प्रबंधन की आवश्यकता होती है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि प्राकृतिक उपचार रक्त शर्करा नियंत्रण में मदद कर सकते हैं, आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स

1. मेथी के बीज का पानी (मेथी का पानी)
उपयोग विधि: 1-2 चम्मच मेथी के बीज को रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट पानी पिएं।
लाभ: मेथी घुलनशील फाइबर से भरपूर होती है, जो रक्त शर्करा को कम करने में मदद करती है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बढ़ाती है।
2. अजवाइन का पानी
उपयोग विधि: 1 गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन उबालें। इसे ठंडा होने दें और खाली पेट पिएं।
लाभ: रक्त शर्करा को संतुलित करने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है, जिससे ग्लूकोज चयापचय में सहायता मिलती है।

3. करेले का पानी (करेला का रस/पानी)
उपयोग विधि: करेले का रस निकालें या इसके टुकड़ों को पानी में उबालें और सुबह-सुबह पिएं।
लाभ: अग्नाशय की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और इंसुलिन स्राव को बढ़ावा देता है। करेले में ऐसे यौगिक होते हैं जो इंसुलिन की नकल करते हैं।
4. दालचीनी का पानी (दालचीनी का पानी)
उपयोग विधि: 1 कप गर्म पानी में ½ चम्मच दालचीनी डालें। इसे 10-15 मिनट तक भीगने दें, छान लें और पी लें।
लाभ: कार्बोहाइड्रेट के पाचन और अवशोषण को धीमा करता है, जिससे भोजन के बाद रक्त शर्करा में वृद्धि को रोका जा सकता है।
5. लहसुन का पानी
उपयोग विधि: 1-2 कुटी हुई लहसुन की कलियों को रात भर पानी में भिगो दें। सुबह इसे पिएँ।
लाभ: इंसुलिन की प्रभावशीलता बढ़ाता है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं।
6. तुलसी का पानी (पवित्र तुलसी का पानी)
उपयोग विधि: तुलसी के कुछ पत्तों को पानी में उबालें, ठंडा होने दें और पिएँ।
लाभ: शरीर की ग्लूकोज को चयापचय करने की क्षमता को बढ़ाता है और एंटीऑक्सीडेंट सहायता प्रदान करता है।