SACM ALERT! ऑनलाइन शॉपिंग घोटाला? ऐसे वापस पाएं अपने पैसे!

ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते प्रचलन के साथ, धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कई खरीदार नकली छूट और धोखेबाज विक्रेताओं के जाल में फंस जाते हैं, जिससे उनकी मेहनत की कमाई चली जाती है। अगर आप फेसबुक, अमेज़न, या इंस्टाग्राम पर शॉपिंग के दौरान धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, तो घबराएं नहीं! अपने पैसे वापस पाने और धोखेबाजों के खिलाफ कार्रवाई करने के प्रभावी तरीके हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग घोटाला क्या है?

ऑनलाइन शॉपिंग घोटाले तब होते हैं जब धोखेबाज खुद को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म या सोशल मीडिया मार्केटप्लेस पर असली विक्रेता के रूप में प्रस्तुत करते हैं। वे अमेज़न या फ्लिपकार्ट जैसी विश्वसनीय वेबसाइटों की नकल करके नकली साइटें बनाते हैं और बेहद सस्ते ऑफर्स से ग्राहकों को आकर्षित करते हैं।

कुछ धोखेबाज फेसबुक मार्केटप्लेस, इंस्टाग्राम विज्ञापन या व्हाट्सएप ग्रुप्स का उपयोग कर नकली ऑफर्स का प्रचार करते हैं। एक बार भुगतान करने के बाद, या तो खरीदार को घटिया उत्पाद मिलता है या कुछ भी नहीं मिलता।

अगर आप भी ऐसे किसी फ्रॉड का शिकार हुए हैं, तो अपने पैसे वापस पाने के लिए नीचे दिए गए कदम उठाएं।

ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर क्या करें?

1. अपने बैंक या कार्ड प्रदाता से संपर्क करें

  • यदि आपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान किया है, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
  • लेन-देन को रोकने या चार्जबैक के लिए विवाद दर्ज करने का अनुरोध करें।
  • कई बैंकों की धोखाधड़ी सुरक्षा नीति होती है और वे पैसे वापस लाने में मदद कर सकते हैं।

2. मार्केटप्लेस पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें

  • यदि घोटाला अमेज़न, फ्लिपकार्ट या किसी अन्य ई-कॉमर्स साइट पर हुआ है, तो उनकी ग्राहक सेवा से संपर्क करें।
  • कई प्लेटफॉर्म धोखाधड़ी मामलों की जांच करते हैं और रिफंड की पेशकश कर सकते हैं।

3. सोशल मीडिया का उपयोग करें

  • अगर आपकी शिकायत हल नहीं हो रही है, तो सोशल मीडिया पर इसे उठाएं।
  • ट्विटर या फेसबुक पर संबंधित हैशटैग के साथ पोस्ट करें और कंपनी को टैग करें।

4. INGRAM पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें

  • भारत सरकार का एकीकृत शिकायत निवारण तंत्र (INGRAM) उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी संबंधी शिकायतों को हल करने में मदद करता है।
  • शिकायत दर्ज करने के लिए consumerhelpline.gov.in पर जाएं।

5. ‘जागो ग्राहक जागो’ पोर्टल पर शिकायत करें

  • यह एक अन्य आधिकारिक प्लेटफॉर्म है जहां आप ऑनलाइन शॉपिंग धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  • उनके टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें या वेबसाइट पर जाएं।

6. उपभोक्ता फोरम में कानूनी कार्रवाई करें

  • अगर आपने बड़ी रकम गंवाई है, तो उपभोक्ता फोरम में केस दर्ज करें।
  • यह प्रक्रिया तेज़ है और इसके लिए वकील की आवश्यकता नहीं होती।

7. साइबर क्राइम और पुलिस में शिकायत करें

  • अगर घोटाले में नकली वेबसाइट, पहचान की चोरी, या बड़ा धोखाधड़ी मामला शामिल है, तो साइबर क्राइम विभाग या स्थानीय पुलिस में एफआईआर दर्ज कराएं।
  • ऑनलाइन फ्रॉड मामलों की रिपोर्ट करने के लिए cybercrime.gov.in पर जाएं।

8. ऑनलाइन उपभोक्ता शिकायत प्लेटफॉर्म का उपयोग करें

  • कुछ प्लेटफॉर्म उपभोक्ता विवाद समाधान में मदद करते हैं:
    • Voxya – सोशल मीडिया कैंपेन चलाता है और कानूनी नोटिस तैयार करता है।
    • ICRPC (International Consumer Rights Protection Council) – शिकायत समाधान में मदद करता है।
    • IamCheated.com – पीड़ितों को धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने में सहायता करता है।
    • Mouthshut.com – उपभोक्ताओं को अपने अनुभव साझा करने और समाधान खोजने की सुविधा देता है।
    • Moneylife Foundation – उपभोक्ता अधिकारों पर मुफ्त सलाह प्रदान करता है।

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सुरक्षित रहने के टिप्स

  • ऐसे ऑफर्स से बचें जो बहुत अधिक सस्ते लगते हैं। अगर छूट असामान्य रूप से अधिक है, तो सतर्क रहें।
  • वेबसाइट के URL को ध्यान से जांचें। नकली साइटों में अक्सर वर्तनी में मामूली बदलाव होते हैं।
  • कैश ऑन डिलीवरी (COD) का चयन करें। अनजान विक्रेताओं को अग्रिम भुगतान न करें।
  • अज्ञात लिंक या पॉपअप विज्ञापनों पर क्लिक न करें। धोखेबाज इनका उपयोग भुगतान जानकारी चुराने के लिए करते हैं।
  • विक्रेता के बारे में रिसर्च करें। खरीदारी करने से पहले उनकी रेटिंग और ग्राहक समीक्षा देखें।

 

ऑनलाइन शॉपिंग सुविधाजनक है, लेकिन इसमें जोखिम भी हैं। जागरूक रहकर और धोखाधड़ी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करके, आप अपने पैसे वापस पा सकते हैं और साइबर अपराधियों को रोकने में मदद कर सकते हैं। यदि आप किसी घोटाले का शिकार हुए हैं, तो विलंब न करें—तुरंत धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें और अपने अधिकारों के लिए लड़ें!