WhatsApp Desktop यूज़ कर रहे हैं? ये गलती सिस्टम को बना सकती है हैकर्स का शिकार

अगर आप भी अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर WhatsApp Desktop का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद अहम है। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Windows यूजर्स के लिए एक हाई रिस्क अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी में बताया गया है कि WhatsApp Desktop के एक पुराने वर्जन में गंभीर खामी है, जिससे हैकर्स आपका सिस्टम हैक कर सकते हैं।

खतरा कहां है?

इस साइबर थ्रेट का असर उन सभी यूजर्स पर पड़ सकता है जो WhatsApp Desktop का वर्जन 2.2450.6 से पहले का इस्तेमाल कर रहे हैं। CERT-In ने बताया कि MIME टाइप और फाइल एक्सटेंशन के बीच गलत कॉन्फ़िगरेशन के कारण WhatsApp कुछ अटैचमेंट्स को सही तरह से हैंडल नहीं कर पाता। यही चूक सिस्टम को हैकिंग के लिए खोल देती है।

नुकसान क्या हो सकता है?

  1. डेटा चोरी: किसी संदिग्ध फाइल पर क्लिक करते ही आपकी संवेदनशील जानकारी खतरे में पड़ सकती है।
  2. स्पूफिंग अटैक: हैकर आपके इंटरफेस को बदलकर नकली जानकारी दिखा सकते हैं।
  3. सिस्टम कंट्रोल: यह खामी इतनी गंभीर है कि इससे हैकर आपके पूरे सिस्टम पर कब्जा कर सकता है।

क्या करें सुरक्षा के लिए?

  • सबसे पहले WhatsApp Desktop को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करें।
  • सॉफ्टवेयर और ऐप्स को नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
  • किसी भी अज्ञात फाइल या लिंक पर क्लिक करने से बचें, भले वह किसी जान-पहचान वाले का ही क्यों न हो।
  • एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें और फ़ायरवॉल ऑन रखें।

क्यों ज़रूरी है अपडेट?

अक्सर लोग सोचते हैं कि ऐप अपडेट सिर्फ नए फीचर्स के लिए होता है, लेकिन असल में हर अपडेट के साथ सुरक्षा से जुड़े कई पैच भी आते हैं। यह साइबर अटैक्स से बचने का सबसे आसान और कारगर तरीका है।