करोड़ों मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक अच्छी खबर है, वे अब नए सिम कार्ड प्राप्त करने या प्रीपेड से पोस्टपेड कनेक्शन या इसके विपरीत ऑनलाइन स्विच कर पाएंगे।

केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को ट्वीट किया कि सरकार ने उपयोगकर्ताओं के लिए अपने ग्राहकों के लिए केवाईसी प्रक्रिया को सरल बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अब ये पूरी प्रक्रिया अब कांटेक्टलैस,पेपरलैस और सिक्योर होगी। केवाईसी प्रोसेस अब आधार बेस्ड, इलेक्ट्रॉनिक, सिक्योर और कंस्यूमर बेस्ड होगी। UIDAI ने ई-केवाईसी रेट में भी 1 रुपये का संशोधन किया है।

अब, यदि आप एक नया सिम कार्ड खरीदना चाहते हैं, तो आपको नया सिम कार्ड प्राप्त करने के लिए किसी रिटेल स्टोर पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। अब आप सेल्फ-केवाईसी प्राप्त कर सकते हैं और नए सिम कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और UIDAI और डिजिलॉकर द्वारा इलेक्ट्रॉनिक रूप से वेरिफाइड डाक्यूमेंट्स का उपयोग करके सिम आपके घर पर पहुंचा दिया जाएगा।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि डिजिलॉकर को केंद्र द्वारा 2015 में लॉन्च किया गया था। डिजिलॉकर का उपयोग डाक्यूमेंट्स और सर्टिफिकेट को डिजिटल रूप से इशू और वेरिफाई करने के लिए किया जाता है। डिजिलॉकर उपयोगकर्ताओं को ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पॉलिसी दस्तावेज जैसे अन्य दस्तावेजों को स्टोर करने की अनुमति देता है।

आप प्रीपेड से पोस्टपेड या इसके विपरीत ओटीपी कन्वर्ज़न भी प्राप्त कर सकते हैं। वैष्णव ने घोषणा करते हुए कहा, "सभी केवाईसी को डिजीटल किया जाएगा और अब किसी भी फॉर्म-पेपरवर्क की आवश्यकता नहीं है। प्रीपेड से पोस्टपेड या इसके विपरीत विकल्प के लिए केवायसी को बार बार दोहराने की जरूरत नहीं है। एक ऑक्शन कैलेंडर बनाया जाएगा और 1953 कस्टम नोटिफिकेशन में संशोधन किया जाएगा।"

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